दूसरों से अपनी तुलना करना कैसे बंद करें? ये आज कल बहुत ज्यादा पूछा जाने वाला सवाल बन गया है क्योंकि आज के ज़माने में चाहे किसी को भी देख लो वो बस खुद को दूसरों के साथ Compare करने में ही लगा हुआ है, चाहे वो किसी की दमदार Body देख कर हो, किसी को पढ़ाई में खुद से ज्यादा होशियार देख कर हो, या फिर Social Media पर बाकी लोगों की Photos और Videos को देख कर हो, हम हर तरह से बस खुद को दूसरों के साथ 24 घंटे तुलना (Compare) करने में ही लगा देते हैं, जो की बेहद गलत है और हमें इस आदत को जल्द से जल्द सुधारना चाहिए, क्या आप Dusron Se Khud Ko Compare Karna Kaise Chode In HINDI के बारे में जानना चाहते हैं, तो आज के इस लेख How To Stop Comparing Yourself To Others In Hindi में मेरे साथ बिल्कुल अंत तक बने रहना,
जिसमें की मैं आपको ऐसे ऐसे Best 10 Ways To Stop Comparing Yourself To Others – Hindi के बारे में बताऊंगा जिन्हे अपना कर आप अपनी इस खराब आदत को अपने से बिल्कुल दूर कर लेंगे

Best 10 Ways To Stop Comparing Yourself To Others – Hindi | दूसरों से अपनी तुलना करने से रोकने के BEST 10 TIPS IN HINDI
आप जैसे भी हैं खुद को Accept करें:
अगर आप भी उन लोगों की गिनती में शामिल हैं जो हमेशा अपने को दूसरों से कम समझते हैं या सामने वाले इंसान की खूबियों से Inspire होने की बजाए उसको खुद से Compare करने लगते हैं तो आपको सबसे पहले अपने आप को पूरी तरह से Accept करना होगा, आप चाहे काले हो, गोरे हो, पतले हो, मोटे हो या चाहे कैसी भी कमी के साथ हो खुद को Accept करें की हां मैं ऐसा हूं और मुझे ऐसा होने में कोई शर्मिंदगी नही है, इससे आपका Self Confidence काफी ज्यादा बढ़ने वाला है और जो आपने अपनी Image खुद की नजरों में ख़राब कर रखी है वो भी इस Step से निखरती चली जाएगी।
हर चीज के लिए Thankful रहें:
वैसे तो इस पूरे जहान में सभी लोग बराबर के हैं मगर कुछ Equalities हम सब के बीच में नहीं होती है जैसे की For Example : आपका दोस्त एक बेहद अमीर Family को Belong करता है और वही एक आप हो जो Middle Class Family को Belong करते हैं आपका दोस्त रोजाना अपनी लंबी चौड़ी गाड़ी में यहां से वहां रोज घूमता है और वहीं आपको कहीं जाना होता है तो आप Public Transport का इस्तेमाल करते हैं, उसे जब कोई चीज चाहिए होती है On Time उसके आगे हाज़िर हो जाती है, मगर आपको थोड़ा Wait करना पड़ता है। ऐसे में ज्यादातर लोग उसकी Life से काफी Jealous Feel करेंगे की काश हमारी Life भी ऐसी होती, मगर ऐसा न करके हमें आज तक जो भी हासिल हो पाया है उसका हमें रोज़ आभारी (Thankful) होना चाहिए क्योंकि इस दुनिया में काफी सारे ऐसे भी लोग आपको पाए जाएंगे जो आपकी जैसी Life को पाने के लिए भी तरसते हैं।
जिंदगी को Competition ना समझें:
अपने बचपन से लेकर जब तक आप बड़े होते हैं हर चीज में हम सभी Competition को देखते हुए आते हैं चाहे वो पढ़ाई के अंदर हो या फिर खेल कूद के अंदर ही क्यों न हो, लेकिन हम ये भूल जाते हैं की Life एक Competition नही है बल्कि Life को बिल्कुल खुशहाल तरीके से जीना चाहिए ना की खुद को दूसरों से हर दम Compare ही करते रहना चाहिए, इस Competition की दुनिया से खुद को बाहर निकाले और बस खुद की कमियों पर दिमाग दौड़ाने की बजाए रोज़ खुद को थोड़ा-थोड़ा Improve करते जाइए।
मन को शांत करके रखना सीखें:
जैसा कि पहले से ही जानते हैं की हम सभी का मन बहुत ही चंचल होता है ये एक छोटे बच्चे की तरह ही होता है जो बहुत ही जल्दी खुश भी हो जाता है, और बहुत ही जल्दी उदास भी, हमें बस करना ये है की अपने इस चंचल मन को अपने Control में और शांत करके रखना सीखना होगा, आपका मन जितना शांत रहेगा उतना ही दूसरों की हर बात से खुद को Compare भी उतना ही कम करेगा, इसके लिए आप Meditation का सहारा भी ले सकते हैं।
अपनी Attention को Divert करें:
कभी कभी Situation इतनी ज़्यादा Critical हो जाती है की हम खुद को संभाल ही नहीं पाते, और खुद को दूसरों के साथ Compare कर करके खूब दुखी कर लेते हैं, तो ऐसे में हमें अपनी Attention यानी की जिस तरफ हमारा ध्यान ज्यादा भटक रहा है वहां से अपने ध्यान को Divert कर लेना चाहिए, यानी Negative Thoughts से Positive Thoughts की तरफ ले जाना चाहिए, जिससे आपके दिमाग में जो खुद को लेकर ख़राब Mindset बनता जा रहा है उसे आप सही Time रहते सुधार सकें।
अपनी Thoughts को Share करें:
अगर आपकी Life में कोई ऐसा इंसान है जिससे आप अपने दिल की हर एक बात को बिना सोचे समझे Share कर सकते हैं, तो ऐसे Thoughts जिनमें आप खुद को दूसरों के साथ Compare कर करके बेहद परेशान हो चुके हैं उन्हें उन लोगों के साथ ज़रूर Share किया करें ये चाहे कोई भी हो सकता है आपका भाई या बहन आपके दोस्त और अगर ये सब भी नही तो सबसे Best Option है आपके मम्मी-पापा जिनसे आप अपनी Life की हर तकलीफ बिना झिझके Share कर सकते हैं, क्योंकि अपने Thoughts को दूसरों के साथ Share करने से आप देखेंगे कि आपका मन काफी ज्यादा शांत होता जा रहा है और अब आप उतना नहीं सोचते हैं।
Self Improvement का लें सहारा:
दूसरों से खुद को Compare करने की बुरी आदत से लाख गुना अच्छा है की आप खुद को रोज़ाना थोड़ा-थोड़ा Improve करने की आदत डालें, पहले अपनी अंदर की बुरी आदतों को पहचाने फिर उन्हें आप कैसे ठीक कर सकते हैं उसके बारे में सोचिए, आप कई तरह की अच्छी – अच्छी Self Improvement की Books पढ़ सकते हैं, अच्छे अच्छे Blogs या फिर YouTube Channels पर जाके अपने आप को अच्छी Thoughts से भर के खुद के अंदर की खामियों को खूबियों में बदल सकते हैं, ताकि अगली बार यदि आप खुद को किसी दूसरे से Compare करने लगें तो ख़ुद को ऐसी Situation में कैसे संभालना है ये आपको पता रहे।
लिख लेने की आदत अपनाएं:
कहते हैं की जब भी हमारे दिमाग में कोई भी Thought Arise होती है तो उसे अगर हम कही पर लिख लेते हैं तो इससे हमारे दिमाग को काफी ज़्यादा राहत मिलती है, हम काफी ज्यादा Free और Relax महसूस करते हैं, तो बस अब आपको भी ऐसी Situation में जब आप खुद को बाकी लोगों से Compare करने लगते हैं तो उन सभी Thoughts को जो आपके Mind में आ रही है उन्हें एक Notebook पर Note कर लें और उसके बाद उसे ध्यान से पढ़ें जिससे की आपको उसके अंदर की Negativity साफ – साफ नज़र आ सके।
Ignore करने की Practice करें:
इस दुनिया के अंदर काफी तरह की चीजें मौजूद है कुछ बहुत ज्यादा अच्छी भी हैं तो वही कुछ बेहद बुरी भी ज़रूरी नही की हम दोनो ही तरीके की चीजों पर ध्यान दें, जिससे हमें हमारा भला नज़र आता हो उन्ही चीजों को हमें अपनाना चाहिए, और बाकी चीजों को Ignore कर देने में ही समझदारी है, अब अगर हर चीज को हम अपने दिल से लगा कर बैठ जाएंगे तो ठीक से जी ही नही पाएंगे, इसीलिए Ignore करना भी Life का एक Important हिसा है, जिसको भी हमें अपने अंदर Develop करना चाहिए।
अपने Point Of View को बदलें:
कभी कभी Situation इतनी Serious भी नही होती जितना की हम उसे बार -बार अपने Mind में घूमा-घूमा कर कर देते हैं इसमें अपने देखने के नज़रिए (Point Of View) को बदलने की ज़रूरत हमें हैं क्योंकि हो सकता है की हम जितना ज़्यादा एक Thought के बारे में जिस तरह लगातार सोच रहे हो वो वैसी हो ही न, और ऐसा काफी बार हमारी Life में होता भी है की जैसा हम सोचते हैं या समझते हैं उससे बिल्कुल Opposite ही सब होता है। क्या पता जिस इंसान को आप बेहद खुशहाल रहते हुए देखते हैं वो अंदर से बिल्कुल टूट चुका हो या बहुत परेशान हो क्या पता ऐसा वो सिर्फ बाहर से ही दिखा रहा हो।
खुद को दूसरों से तुलना करने के नुकसान क्या हो सकते हैं? | What Are The Disadvantages Of Comparing Yourself To Others In Hindi
खुद को ये Show करना की आप बाकी जैसे नहीं हैं:
दूसरों के साथ खुद की तुलना (Compare) करने वाले इंसान हर पल बस यही बात सोचते रहते हैं की वो सभी इस धरती पर बाकी सभी लोगों से बिल्कुल अलग हैं, ऊपर वाले ने उन्हें बहुत खराब बनाया है, या बाकी लोगों की तुलना में बिल्कुल ख़राब Situation सिर्फ उन्ही को दी है जबकि ऐसा बिल्कुल भी नही होता, हमें ऐसे Mindset को अपने अंदर नहीं आने देना चाहिए अगर ऐसा कभी हो भी तब भी इन Thoughts के बारे में 1% ना सोचे बल्कि उसी वक्त एक Positive Thought को अपने अंदर लेकर आए और उस खराब Thought को उससे Replace कर दें।
आप सिर्फ उनके Results पर ही ध्यान देते हैं:
अगर आपको कोई ऐसा इंसान देखने को मिलता है जो की आपकी नज़रों में काफी Perfect है यानी आपके हिसाब से वो इंसान अभी जिस जगह पर है उस पर आपको भी होना चाहिए था, जैसे की मान लीजिए सामने वाला इंसान एक काफी अच्छा Cricket Player है तो ऐसे में आप उसकी इस खूबी की तुलना खुद से ना करें बल्कि ऐसे में आपको उनसे Inspire होने की ज़रूरत है, एक अच्छा Cricket Player बनने के लिए उसके पीछे उनकी कितनी मेहनत लगी है उसके बारे में सोचा करें, और खुद को इस काबिल तैयार करें की एक दिन आप भी उनसे भी बेहतर Player बन सके।
Stress और Tension का बढ़ना:
ऐसे में जब कभी भी हम अपनी तुलना बाकी लोगों के साथ करते हैं तो ज़ाहिर सी बात है कि इसकी वजह से हमारा Stress Level और बिना मतलब की Tension तो बढ़ेंगी ही क्योंकि हम सारा-सारा Time तो उन्हीं लोगों के बारे में सोच-सोच कर अपने आप को फुकाते रहते हैं, की वो इंसान मुझसे कितना Smart या Handsome है, मेरी Height तो इतनी छोटी रह गई है और बाकी लोगों की कितनी ज्यादा बड़ रही है, काश मैं भी पढ़ाई में अच्छा Score कर पता – ऐसी Thoughts हमे बिल्कुल चैन की सांस नहीं लेने देती।
Confidence का Low हो जाना:
दूसरों को खुद से Compare करने की आदत के चलते हमें कुछ हासिल हो या न हो हम धीरे-धीरे अपना Confidence Level गिराते चले जाते हैं, क्योंकि हम सारा-सारा Time बस अपनी कमियों के बारे में ही सोचते रहते हैं, फिर हम किसी के पास जाने में, उनसे बात करने में काफी ज्यादा हिचकिचाने लगते हैं बस इसी सोच में डूबे रहते हैं की पता नही वो मेरे बारे में क्या सोचेगा, एक बात आप अपने दिमाग में बैठा लीजिए की No One Is Perfect In This World यानी इस धरती पर कोई भी पूरी तरह से Perfect बिल्कुल नही है, हर किसी के अंदर कुछ न कुछ कमी तो होती ही है, लेकिन उनको सोचने की जगह हमें खुद को Improve करते जाना चाहिए।
निष्कर्ष (Conclusion) :
आज के इस लेख दूसरों से अपनी तुलना करना कैसे बंद करें? यानी How To Stop Comparing Yourself To Others In Hindi में हम सभी ने ये समझा की आप Dusron Se Khud Ko Compare Karna Kaise Chode और कुछ ऐसी बातें हमने इस लेख में समझी है जिनको ऐसे लोग जिन्हे ख़ुद को दूसरों के साथ हर बात में तुलना (Compare) करने की आदत होती है अगर अपनाएं तो उनकी ये समस्या बहुत ही जल्दी से दूर हो सकती है, और वो अपनी खुशहाल जिंदगी को वापिस से पा सकते हैं, और खुद को Comparence के जाल से Self Improvement में बदल सकते हैं।
आज का ये लेख How To Stop Comparing Yourself To Others In Hindi सिर्फ यहीं तक ही था अब आप मुझसे अपने सभी सवाल या जो भी राय आप मुझे देना चाहते हैं वो Comment करके ज़रूर दें सकते हैं।
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